Saturday 5 November 2011

खामोश सा अफसाना पानी से लिखा होता (Khamosh Sa Afsana Paani Se Likha Hota)

खामोश सा अफसाना पानी से लिखा होता  - (२)
ना तुमने कहा होता, ना हमने सुना होता खामोश  सा अफसाना
ला ला ला ला ला .........
दिल की बात ना पूछो, दिल तोह आता रहेगा  - (२)
दिल बहकता रहा है, दिल बहकता रहेगा
दिल को तुमने ओह, कुछ समझाया होता
खामोश सा अफसाना पानी से लिखा होता
ना तुमने कहा होता, ना हमने सुना होता खामोश सा अफसाना
सहमे से रहते है, जब यह दिन ढलते है - (2)
एक दिया बुझता है, एक दिया जलता है
तुमने कोइ, ओह दीप जलाया होता
खामोश सा अफसाना पानी से लिखा होता
ना तुमने कहा होता, ना हमने सुना होता
खामोश सा अफसाना

कितने साहिल ढूंढे, कोइ ना सामने आया - (२)
जब मजधार में डूबे, साहिल थामने आया
तुमने साहिल, ओह पहले बचाया होता
खामोश सा अफसाना पानी से लिखा होता
ना तुमने कहा होता, ना हमने सुना होता
खामोश सा अफसाना

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