Friday 4 November 2011

आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ है (Aap Ki Aankho Me Kuchh Mahake Hue Se Raaj Hai)

आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ है (२)
आप से भी ख़ूबसूरत आप के अंदाज़ है
आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ है

लब हिले तो मोगरे के फूल खिलते है कहीं (२)
आप की आँखों में क्या साहिल भी मिलते है  कहीं
आप की खामोशियाँ भी आप की आवाज़ है

आप की बातों में फिर कोई शरारत तो नहीं (२)
बेवजह तारीफ़ करना आप की आदत तो नहीं
आप की बदमाशियों के यह नए अंदाज़ है

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