Saturday 29 October 2011

तेरे बिना ज़िन्दगी से कोई शिकवा (Tere Bina Jindagi Se Koi Shikwa)

तेरे बिना ज़िन्दगी से कोई शिकवा तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िन्दगी भी लेकिन ज़िन्दगी तो नहीं
ज़िन्दगी नहीं, ज़िन्दगी नहीं, ज़िन्दगी नहीं
तेरे बिना ज़िन्दगी से शिकवा तो नहीं

जी में आता है तेरे दामन में
सर छुपाके हम रोते रहे, रोते रहे  - २
तेरी भी आँखों में आंसुओं की नमी तो नहीं

तेरे बिना ज़िन्दगी से कोई शिकवा तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िन्दगी भी लेकिन ज़िन्दगी तो नहीं
ज़िन्दगी नहीं, ज़िन्दगी नहीं, ज़िन्दगी नहीं
तुम जो कह दो तो आज की रात
चाँद डूबेगा नहीं, रात को रोक लो  - २
रात की बात है, और ज़िन्दगी बाक़ी तो नहीं


तेरे बिना ज़िन्दगी भी लेकिन ज़िन्दगी तो नहीं
ज़िन्दगी नहीं, ज़िन्दगी नहीं, ज़िन्दगी नहीं

तेरे बिना ज़िन्दगी भी लेकिन ज़िन्दगी तो नहीं
ज़िन्दगी नहीं, ज़िन्दगी नहीं, ज़िन्दगी नहीं

तेरे बिना ज़िन्दगी से कोई शिकवा तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं

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