Saturday 29 October 2011

करोगे याद तो, हर बात याद आयेगी (Karoge Yaad To, Har Baat Yaad Aayegi)

करोगे याद तो, हर बात याद आयेगी
गुजरते वक्त की, हर मौज ठहर जायेगी

ये चाँद बीते जमानो का आईना होगा
भटकते अबर में चेहरा कोइ बना होगा
उदास राह कोइ दासता सुनाएगी

बरसता भीगता मौसम धुवा धुवा होगा
पिघलती शम्मो पे दिल का मेरे गुमा होगा
हथेलियों की हिना, याद कुछ दिलायेगी

गली के मोड़ पे, सूना सा कोइ दरवाजा
तरसती आँखों से, रास्ता किसी का देखेगा
निगाह दूर तलक, जा के लौट आयेगी

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