Monday 31 October 2011

बड़े बड़ाई न कर बड़े न बोले बोल (bade badaai na kare bade na bole bol)

बड़े बड़ाई न करे बड़े न बोले बोल - २
रहीमा लाख दफा मेरो मोल - २

(हिरा मुख से न कहे लाख टका मेरा मोल)

जो बड़ें को लघु कहे नहीं रहीम घट जाए - २
गिरधर मुरलीधर कहे कछु दुःख मानत नाई
रहीमा कछु दुःख मानत नाई

ग्यानी से कहिये कहा कहत कबीर लजाय - २
अंधे आगे नाचते कला अकारत जाय
कबीरा कला अकारत जाय

ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोल - २
औरन को शीतल करे आप उसी संग होय
कबीरा आप उसी संग होय

रात गवई सोये के दिवस गवायो खाय - २
हीरा जनम अमोल का कौड़ी बदले जाय
कबीरा कौड़ी बदले जाय

तुलसी भरोसे राम के निर्भय होके सोये  - २
अनहोनी होनी नहीं  होनी हो सो होय
रे तुलसी होनी हो सो होय

मेरी भव बाधा हरो राधा नागर सोय  - २
जा तनु किधाई परे शाम हरित  द्विति  होय
बिहारी शाम हरित द्विति होय

दुःख में सुमिरन सब करे सुख में करे न कोई  - २
जो सुख में सुमिरन करे तो दुःख काहे को होय
कबीरा दुःख काहे को होय

आवत ही हर्षे नहीं नैनं नहीं सनेह - २
तुलसी तहा न जाए चाहे कंचन बरसे मेह
तुलसी चाहे कंचन बरसे मेह

बुरा जो देखन मैं चला बुरा न मिलिया कोई  - 2
जो दिल खोजा आपना मुझसे बुरा न कोय
कबीरा  मुझसे बुरा न कोय

रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाय - २
टूटे से फिर न जुड़े जुड़े गाठ पड़ जाए
रहीमा जुड़े गाठ  पड़ जाए

बिगड़ी बात बने नहीं लाख करो किन्कोई  - २
रहिमन बिगड़े दूध को मथे न माखन होय
रहीमा मथे  न माखन होय

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