होंठों से छू लो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
बन जाओ मित मेरे
मेरी प्रीत अमर कर दो
न उम्र की सीमा हो
न जनम का हो बंधन
जब प्यार करे कोई
तो देखे केवल मन
नयी रीत चलाकर तुम
ये रीत अमर कर दो
होंठों से छू लो तुम
जग ने छिना मुझसे
मुझे जो भी लगा प्यारा
सब जीता किये मुझसे
मैं हर दम ही हारा
तुम हार के दिल अपना
मेरी जित अमर कर दो
होंठों से छू लो तुम
आकाश का सूनापन
मेरे तनहा मन में
पायल छनकाती तुम
आजाओ जीवन में
साँसें देकर अपनी
संगीत अमर कर दो
होंठों से छू लो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
बन जाओ मित मेरे
मेरी प्रीत अमर कर दो
न उम्र की सीमा हो
न जनम का हो बंधन
जब प्यार करे कोई
तो देखे केवल मन
नयी रीत चलाकर तुम
ये रीत अमर कर दो
होंठों से छू लो तुम
जग ने छिना मुझसे
मुझे जो भी लगा प्यारा
सब जीता किये मुझसे
मैं हर दम ही हारा
तुम हार के दिल अपना
मेरी जित अमर कर दो
होंठों से छू लो तुम
आकाश का सूनापन
मेरे तनहा मन में
पायल छनकाती तुम
आजाओ जीवन में
साँसें देकर अपनी
संगीत अमर कर दो
होंठों से छू लो तुम
It doesn't matter at all how the world treats me! What matters is how my love treats me!!
ReplyDeleteHonton Se Choo Lo Tum - Jagjit Singh
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