Friday 23 December 2011

पूछो न कैसे मैंने रैन बिताई (Puchho Na Kaise Maine Rain Bitayee)

पूछो न कैसे मैंने रैन बिताई
इक पल जैसे, इक युग बीता - २
युग बीते मोहे नींद न आई
पूछो न कैसे ...

(ना कही चंदा, ना कही तारे
ज्योत के प्यासे मेरे, नैन बिचारे) - २
भोर भी आस की किरण न लायी
पूछो न कैसे ...

इक जले दीपक इक  मन मेरा ...
इक जले दीपक इक  मन मेरा
फिर भी न जाए मेरे घर का अँधेरा
तडपत तरसत उम्र गवाई
पूछो न कैसे ...

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